Friday, March 11, 2016
कन्हैया के समर्थन में उतरे बलरामपुर कलेक्टर एलेक्स पाल
मृगेंद्र पांडेय
देश का सियासी पारा बढ़ाने वाले जवाहरलाल नेहरू विश्वविालय के छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के पक्ष और विपक्ष में सोशल मीडिया में लगातार कमेंट आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ की राजनीति पार्टियों के दिग्गजों के साथ अब प्रशासनिक अफसर भी खुलकर कन्हैया के समथर््ान में आ गए हैं। ताजा मामला बलरामपुर कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन का है। मेनन ने सोशल मीडिया पर कन्हैया को लेकर टि्वट और फेसबुक पर लिंक शेयर किए हैं। इसमें जेएनयू के छात्र कन्हैया और हैदराबाद विश्वविालय के छात्र रोहित बेमुला के समथर््ान में आर्टिकल है। मेनन के सोशल मीडिया पर कमेंट ने प्रशासनिक हलके में हलचल तेज कर दी है।
छत्तीसगढ़ के आला आईएएस अधिकारियों के बीच पिछले एक सप्ताह से एलेक्स के कमेंट और शेयर को लेकर चर्चा है। अफसरों का कहना है कि प्रदेश का एकमात्र आईएएस अफसर है, जो सोशल मीडिया पर खुलकर जेएनयू के छात्रों का समर्थन कर रहा है। कुछ अफसरों को इस बात की चिंता भी सता रही है कि सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता का प्रशासनिक नुकसान न उठाना पड़ जाए। मेनन ने कन्हैया कुमार के भाषण और उससे जुड़ी खबरों को शेयर किया है। उनकी फेसबुक वाल पर एक पोस्ट ऐसी शेयर की गई है, जिसमें लिखा गया है कि दलित को कहा जाता है कि उससे ज्यादा शुद्ध गाय है। कुछ शेयर में डेमोक्रेसी और अन्य मुद्दों पर भी लिखा गया है।
सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत विचार: मेनन
कलेक्टर एलेक्स्ा पाल मेनन ने नईदुनिया से चर्चा में कहा कि सोशल मीडिया पर उनके व्यक्तिगत विचार हैं। इसे आम आदमी के विचार के रूप में देखा जाना चाहिए। वह न तो लेफ्ट न राइट समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने आदिवासी बहुल जिले में काम करने का मौका दिया है, जहां बेहतर काम करने की कोशिश कर रहा हूं। मनरेगा, मिट्टी हेल्थ कार्ड, प्रधानमंत्री जनधन योजना में बेहतर काम हुआ है। इन कामों की चर्चा होनी चाहिए, न कि मेरे टि्वट और फेसबुक पर किए पोस्ट पर चर्चा होनी चाहिए।
विधानसभा में भी चर्चा में रहे मेनन
विधानसभा में गुस्र्वार को एलेक्स पाल मेनन की पत्नी की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाए। विधायक ने कहा कि सभी अधिकारी ऐसा करेंगे तो बाकी योग्य उम्मीदवार कहां जाएंगे? प्रश्नकाल में कांग्रेस सदस्य बृहस्पति सिंह के सवाल पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि नियम-प्रक्रिया के तहत नियुक्ति की गई है। कलेक्टर की पत्नी को नौकरी नहीं दी गई है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अफसरों के परिवार के सदस्यों की नियुक्ति को लेकर आचार संहित होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सामान्य प्रशासन विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment