Friday, September 4, 2009

यह कैसा कारॊबार

स्विटज़रलैंड घूमने गए पटना के एक परिवार ने जिनीवा में जो देखा, कि वहां भगवान बुद्ध की प्रतिमा का इस्तेमाल जूते टांगने के लिए हॊ रहा है। उन्हॊंने ऐसा हॊगा कभी सपने में नहीं सोचा था। पटना के प्रभात चौधरी, उनकी पत्नी और बेटी जिनीवा में एक फुटवेअर की दुकान में गौतम बुद्ध की प्रतिमा देखकर हैरान रह गए। दरअसल दुकान में इस प्रतिमा का इस्तेमाल जूते टांगने के लिए किया जा रहा था।

प्रभात चौधरी के मुताबिक, 'हम बाजार में घूम रहे थे तभी मेरी 15 वर्षीय बेटी ने ऐन फॉन्टेन नाम की डिजाइनर फुटवेअर शॉप में जाने के लिए कहा। दुकान के भीतर हमने देखा कि जूते-चप्पल की शेल्फ में रखी भगवान बुद्ध की 4 फुट ऊंची मूर्ति के गले में जूतों की माला पड़ी थी।'

चौधरी परिवार को यह देखकर झटका लगा। प्रभात चौधरी की बेटी इस बात पर काफी नाराज हो गई। हालांकि, चौधरी दंपती डर रहे थे लेकिन उनकी बेटी ने बुद्ध की प्रतिमा पर लटके जूतों की विडियो फिल्म बना ली। पटना के प्रतिष्ठित नॉट्रे डेम अकैडमी में पढ़ने वाली उनकी बेटी ने चुपके से यह फिल्म बनाई, ताकि दुकान में मौजूद कोई कस्टमर या फिर स्टाफ उसे ऐसा करते हुए न देख पाए।

भारत लौटकर प्रभात चौधरी ने विदेश मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर इस बात की जानकारी दी है। चौधरी चाहते हैं कि मंत्रालय इस बारे में स्विस प्रशासन से बात करे। चूंकि बुद्ध की प्रतिमा का ऐसा इस्तेमाल बौद्ध धर्म और एशियाई संस्कृति का घोर अपमान है।


नवभारत टाइम्स से सभार

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