Monday, January 12, 2009

गोपनीय जानकारियां पहुंची पाकिस्तान

अमीर अहमद से पूछताछ के बाद हुआ खुलासा

पूछताछ में उसने बताया कि भारतीय सेना की एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, रेडियो कम्युनिकेशन ब्रिगेड मोर्टार और इंफै्रंट्री दस्ते से जुड़े कई गोपनीय और प्रतिबंधित सैन्य दस्तावेज वह पाकिस्तान भेज चुका है।

अंशुमान शुक्ल

भारतीय सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान पहुंच रही हैं। लगभग एक दशक से भारतीय सेना से जुड़ी जानकारियां जुटाने में लगी पाक खुफिया एजेंसी ‘आईएसआईज् के एजेंट अमीर अहमद ने यह बात स्वीकार की है। पूछताछ में उसने केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों को बताया है कि भारतीय सेना की एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, रेडियो कम्युनिकेशन ब्रिगेड मोर्टार शूट और इंफै्रंट्री दस्ते से जुड़े कई गोपनीय और प्रतिबंधित सैन्य दस्तावेज वह पाकिस्तान भेज चुका है। उसके पास से इनकी प्रतियां भी बरामद हुई हैं।

अमीर के पास से बरामद सैन्य ठिकानों के नक्शे हाथ से तैयार किए गए हैं। यह बेहद स्पष्ट हैं। ब्लू प्रिंट जसे। नक्शों को देखने के बाद केंद्रीय जांच एजेंसियों के अधिकारियों ने अमीर से पूछताछ की तो उसने बताया कि लाहौर और कराची में उसे इसका प्रशिक्षण मिला था। प्रशिक्षण के दौरान उससे कहा गया था कि नक्शा बनाने से पूर्व वह उक्त स्थान का ऊंचाई से भी निरीक्षण करे ताकि चीजें अधिक स्पष्ट हो सकें। इस निर्देश को ध्यान में रखकर उसने सैन्य ठिकानों का बारीक निरीक्षण किया और फोन व ई-मेल के जरिए ज्यादातर जानकारियां आईएसआई के आकाओं तक भेजीं। टेलीफोन कॉल डिटेल के मुताबिक उसने 41 बार लाहौर, कराची और इंग्लैंड में बात की। ये सभी बातचीत उसने कोडवर्ड में की, जिसे डिकोड करने के लिए उससे गहन पूछताछ जारी है।


केंद्रीय जांच एजेंसी के एक उच्चपदस्थ सूत्र ने ‘आज समाजज् को बताया कि देश में पकड़ा गया अमीर अहमद आईएसआई का पहला एजेंट है, जो मूल रूप से भारतीय है और सहारनपुर का रहने वाला है। उसके मुताबिक अब आईएसआई ने खुफिया जानकारियां हासिल करने के लिए पाकिस्तान से जासूस भेजने बंद कर दिए हैं। अमीर ने पूछताछ में यह जानकारी भी दी है कि भारत में बेरोजगारी से तंग कई युवाओं को आईएसआई अपना एजेंट बना चुकी है। लेकिन ये देश के किन-किन हिस्सों में सक्रिय हैं इसका पता नहीं चल पाया है।

No comments: