यह सिर्फ अन्नू कपूर के शो का नाम नहीं है.
मेरे जैसे लोगों के लिए भी यह उतना ही सटीक है जितना उन लोगों के लिए था जो उस शो में पहली बार गा रहे थे.
मैं भी कुछ गाना चाहता हूं, दूसरी तरह की गीत. गुनगुनाना चाहता हूं, कुछ दूसरे तरह के बोल.
पहली पोस्ट है, इसे खुद को खुश रखने और दिलासा देने के लिए चस्पा कर रहा हूं कि मैं भी ब्लॉग की दुनिया में कोई चीज बन गया हूं.
No comments:
Post a Comment