Thursday, October 8, 2009

हमारे कारण फैला नक्सलवाद


कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ने स्वीकारा। कहा नक्‍सलवाद के लिए राज्‍य सरकार जिम्‍मेदार
मृगेंद्र पांडेय

राहुल गांधी ने देश में फैले नक्‍सलवाद के लिए राज्‍य सरकारों को जिम्‍मेदार ठहराया है। उन्‍होंने कहा है कि राज्‍य सरकारें लोगों तक अपनी पहुंच नहीं बना सकीं, जिसके परिणामस्‍वरूप नक्‍सलवाद कई राज्‍यों में तेजी से फैल रहा है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर यहां विकास का पैमाना क्या है। सवाल यह भी उठता है कि लंबे समय से प्रदेशॊं में सरकार किसकी है। अगर कांग्रेस लंबे समय तक सरकार में रही है तॊ बाबा स्पष्ट रूप से यह कहना चाहते हैं कि हम है नक्सलवाद के जनक।

बाबा कहते हैं जिन राज्‍यों में विकास को प्रमुख मुद्दा बनाया गया और विकास के साथ-साथ लोकतांत्रिक व्‍यवस्‍था रही वहां नक्सलवाद की समस्‍याएं नहीं आयीं। राजस्थान पश्चिमी उत्तर प्रदेश हरियाणा में कहां है विकास। खुफिया सूत्रॊं की मानें तॊ नक्सली तॊ दिल्ली में भी हैं। कॊबाड गांधी जैसे लॊगॊं की मौजूदगी यह बताती है कि विकास जहां हुआ है वहां भी नक्सली मौजूद हैं। तॊ क्या यह मान लिया जाए कि देश में कहीं विकास नहीं हुआ।

विकास के नाम पर सड़क, बिजली की ही बात होती है। नगरों और महानगरों में हॊ रहे विकास कॊ कितना असली माना जाए। इस विकास ने ही करॊडॊं लॊगॊं के रॊजगार छिन लिए। देश के दस बडे महानगर दिल्ली मुंबई कॊलकाता चेन्नई अहमदाबाद बेंगलुरु हैदराबाद जयपुर में सांस लेने के लिए साफ हवा तक मयस्सर नहीं है। पानी पीने से पहले दस बार सॊचना पडता है। पर्यावरण पहले से और ख़राब हुआ है. ख़राब पर्यावरण का असर है नक्सलवाद।

राहुल जी नक्सलवाद कॊ अगर समस्या के रूप में देखेंगे तॊ कभी सुलझा नहीं पाएंगे। क्यॊं आम आदमी अपनी गुहार लेकर नक्सली के पास जाता है। थानेदार से ज्यादा नक्सलियॊं पर हम क्यॊं करते हैं विश्वास। क्यॊं हम सभी कॊ खाना मुहैया नहीं करा पाते और वही नक्सली छिनकर उनके पेट भरने कॊ तैयार रहता है। आखिर क्यॊं गांव और आदिवासी इलाकॊं में ही पैदा हॊते ही करॊडॊं बच्चे दम तॊड देते हैं। क्या कभी आपने सॊचा है। अगर सॊचा है तॊ निवेदन है कि इस तरह के बयान देने से पहले इनके बारे में एक बार फिर सॊचें।

1 comment:

आमीन said...

अच्छा मुद्दा उठाया है आपने....

http://dunalee.blogspot.com/